Har din kuch naya sikhe

बालोतरा क्षेत्र के नयापुरा, जसोल में जगतगुरु  तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का एक दिवसीय LED के माध्यम से सत्संग समागम हुआ। सत्संग समागम मे संत रामपाल जी महाराज जी ने सभी धर्मो के पवित्र शास्त्रो मे प्रमाण देते हुए बताया कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब है जो सतलोक मे राजा के समान दर्शनीय है। पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3तथा परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं इसका प्रमाण पवित्र यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है।
 संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं। सत्संग समागम मे दहेज ना लेने नशामुक्त व समाज सुधार का संदेश दिया गया। इस कार्यक्रम मे सैकड़ो श्रध्दालुओ ने भाग लिया। सत्संग मे  श्रवणदास, महेन्द्रदास, नारायणदास, मानादास आदि सेवादार उपस्थित रहे।

मेरी उससे अच्छी दोस्ती थी।

हाथरस- उत्तरप्रदेश के हाथरस के बुलगढ़ी गांव में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप और उसकी मौत के मामले में गुरुवार सुबह नया मौड़ सामने आया है। मुख्य आरोपी संदीप ने 7 अक्टूबर को जेल से हाथरस एसपी को पत्र लिखा, जो आज सुबह सामने आया। पत्र में मुख्य आरोपी संदीप ने खुद को और तीन अन्य आरोपियों को बेकसूर बताते हुए पीड़ित की भाई और उसकी माँ पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मुख्य आरोपी संदीप ने कहा, 'लड़की से उसकी दोस्ती थी। ये बात पीड़िता के परिवार को पसंद नहीं थी। घटना वाले दिन मैं मौके पर था, लेकिन मुझे लड़की की मां और भाई ने घर भेज दिया था। बाद में मुझे आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया। लड़की के साथ उसकी मां और भाई ने ही मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई।'

 संदीप ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। लेटर पर अन्य आरोपी रवि, रामू और लवकुश ने नाम
लिखा और अंगूठा लगाया है।
पत्र में संदीप ने लिखा- हमें न्याय दिलाओ एसपी साहब

पत्र में संदीप ने लिखा, "मुझे 20 सितंबर को झूठे मुकदमे में जेल भेजा गया है। मुझ पर आरोप लगाया कि गांव की लड़की के साथ गलत काम और मारपीट की गई थी, जिसकी बाद में गौत हो गई। इस झूठे केस में अलग-अलग दिनों में गांव के तीन अन्य लोगों लवकुश, रवि और रामू को जेल भेजा गया। वे मेरे रिश्ते में चाचा है। पीड़ित गांव की अच्छी लड़की थी, उनसे मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ मेरी और उसकी कभी-कभी फोन पर भी बात होती थी, लेकिन हमारी दोस्ती उसके परिवार वालों को पसंद नहीं थी।"

"घटना के दिन उसकी और मेरी खेत पर मुलाकात हुई
थी। उसके साथ मां और भाई भी थे। उनके कहने पर मैं
अपने घर चला गया और पिताजी के साथ पशुओं को पानी पिलाने लगा। बाद में मुझे गांव वालों से पता चला कि मेरी दोस्ती जो लेकर लड़की को उसकी मां और भाई ने मारा-पीटा था, जिससे उसे गंभीर चोटें आई, जिससे बाद में वह मर गई। मैने कभी पीड़िता के साथ मारपीट और गलत काम नहीं किया। मामले में लड़की की मां और भाई ने मुझे और तीन अन्य लोगों को झूठे आरोप में फंसाकर जेल भिजवा दिया। हम सभी लोग निर्दोष हैं। कृपया, मामले की जांच कराकर हमें न्याय दिलाने की कृपा करें।"


जेल में हैं जान का खतरा- आरोपियों के परिजन ने जेल में बंद अपने लड़कों की जान को खतरा बताया। आरोपियों के परिजनों का कहना है कि हमारे बच्चे जेल में सुरक्षित नहीं हैं। आरोपी रामू की भाभी ने कहा कि जेल में नेता मिलने जा रहे हैं। कहा जाता है कि जेल में सुरक्षा होती है, लेकिन मेरे बच्चों को जेल में खतरा है।

रिपोर्ट:- राणा राम भाटिया


पचपदरा में निर्माणाधीन राजस्थान रिफाइनरी के गेट नंबर चार के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग 125 पर शुक्रवार शाम हुए हादसे में दो सगे भाईयों की मौत है। साजियाली रूपजी राजावेरी निवासी बाइक सवार दोनों भाईयों की बाइक को सामने से तेज रफ्तार में आ रहे एक सीमेंट के ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर के उपरांत दोनों भाई उछल कर नीचे गिर गए और ट्रक के नीचे आ गए।दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पचपदरा पुलिस ने शव को मोरारी भीजवाकर ट्रक को जब्त किया। मृतकों की शिनाख्त मालाराम पुत्र जेठाराम उम्र 45वर्ष तथा हुकमाराम पुत्र जेठाराम उम्र 60 निवासी साजियाली रूपजी राजाबेरी के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार ट्रक चालक की जांच शुरू कर दी है।

मशहूर शायर राहत इंदौरी का आज शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। 70 वर्षीय राहत इंदौरी कोरोना वायरस से भी संक्रमित थे, जिसके उपचार के लिए उन्हे इंदौर के अरविंदो अस्पताल में 10 अगस्त की देर रात भर्ती कराया गया था। राहत इंदौरी के बेटे सतलज ने इस बात की जानकारी दी थी, बाद में खुद भी राहत इंदौरी ने इस बारे में ट्वीट किया था।

मशहूर शायर राहत इंदौरी के निधन से देश भर के शायरों में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके बारे में कहा जाता है कि बड़ा शायर वो है जो शेर बतौर शायर नहीं बल्कि बतौर आशिक कहे। जब लोग राहत इंदौरी साहब को सुनते हैं या पढ़ते हैं तो उन्हे एक ऐसा शायर नज़र आता है जो अपना हर शेर बतौर आशिक कहता है। वह आशिक जिसे अपने अदब के दम पर आज के हिन्दुस्तान में अवाम की बेपनाह महबूबियत हासिल है‌। शायरी को लेकर ग़ालिब, मीर, ज़ौक, फैज़. इक़बाल आदि मुतालिए (अध्यन) के विषय हैं और हमेशा रहेंगे। इनके मुतालिए के बिना तो शेर शुद्ध लिखना और ग़ज़ल समझना भी दूर की बात है लेकिन ग़ालिब, मीर, ज़ौक, फैज़ और इक़बाल जैसे बड़े शोअराओं के अलावा आज हिन्दी-उर्दू का कैनवस इतना बड़ा सिर्फ इसलिए है क्योंकि अदब की मशाल राहत इंदौरी जैसे शायर के हाथ में है।
मशहूर शायर राहत इंदौरी के निधन पर शायर मुनव्वर राना, कवि कुमार विश्वास एवं देश भर के साहित्यकारों, कवियों, शायरों व राजनीतिक नेताओं ने गहरा दु:ख व्यक्त किया है। (11 अगस्त 2020)


   मृत्युभोज जैसी कुरीति को मात्र सामाजिक बुराई मानकर टालना जायज नहीं है।यह एक आर्थिक बर्बादी का बहुत बड़ा कारण है।गरीब परिवारों की तीन-तीन पीढियां इससे बर्बादी की कगार पर पहुंच जाती है।मृत्युभोज के खर्चे से बच्चों के अरमानों,मां-बाप के सपनों का कत्ल हो जाता है।जब एक पीढ़ी शिक्षा से वंचित हो जाती है तो उसका खामियाजा अगली तीन पीढ़ी भुगतती है।एक बड़ा तरक्की का जनरेशन गैप हो जाता है।

मृत्युभोज का खर्च बाकी बुनियादी जरूरतों पर होने वाले खर्च पर पाबंदियां लगा देता है।बुजुर्गों के इलाज में कोताही का कारण बन जाता है।जब कोई बुजुर्ग बीमार होता है और इलाज का बजट सामने आता है तो परिवार वालों के सामने सबसे पहले बड़ा संकट यही उभरकर सामने आता है कि इलाज पर पैसे खर्च करें व अगर नहीं बच पाया तो फिर मृत्युभोज के खर्च का इंतजाम कहाँ से होगा?ऐसे में मन मारकर परिवार वाले न्यूनतम खर्चे में इलाज करवाने का दिखावा मात्र करने को मजबूर हो जाते है।

यह कोई सांस्कृतिक विरासत नहीं है और न धार्मिक रीति-रिवाज।यह पाखंड व बाजारवाद का गैर-मानवीय संगम है जो इंसानियत का कत्ल करके धंधे का स्वरूप लिए हुए है।एक परिवार की बर्बादी पर व्यापार होता है।रूसो ने कहा था "इंसान इतना भी अमीर नहीं होना चाहिए कि वह दूसरे इंसान को खरीद सके और इतना भी गरीब नहीं होना चाहिए कि खुद को बेचने के लिये मजबूर हो।"यहां सामाजिक बंधन या अनिवार्यता बताकर मानसिक दबाव के तहत इंसान को इतना मजबूर कर दिया जाता है कि वह खुद को बिकाऊ समझ बैठता है और चंद लोग अपने हिसाब से उसकी कीमत तय कर देते है।

मैं इस बर्बादी की गाथा पर कई लेख लिख चुका हूँ।आज लिखने का कारण है कि तमाम मूढ़ बनी परंपरा के पीछे खड़े बेगैरत लोगों के बीच भी इंसानियत को जिंदा करने की एक खबर सामने आई है।समाज के गय्यूर नौजवानों व इज्जतदार बुजुर्गों ने एक नया चिराग दिखाया है।

मृत्युभोज जैसी विकराल कुरीति के पर कोरोना ने कतरकर सीमित कर दिए है और हमारा थोड़ा सा प्रयास इसको विदाई दे सकता है।उम्मीद की जानी चाहिए कि इस कुरीति के खिलाफ जिन जागरूक समाज बंधुओं ने जागृति की अलख जगाई वो रंग लाने लगी है।हमारे से पहले भी जागरूक बुजुर्गों ने कई प्रयास किये।हम भी पूर्ण पाबंदी की मुहिम चला रहे है और कई युवा लोग आगे आकर विभिन्न इलाकों में प्रयास कर रहे है।एक सामूहिक व सतत प्रयास जल्द ही इस बुराई से मुक्ति की राह दिखायेगा।

याद रखियेगा कोरोना के बाद भयंकर आर्थिक मंदी उभरकर सामने आएगी और हमारे सामने भूख सबसे बड़ा मुद्दा होगा।इसलिए ऐसी गैर जरूरी कुप्रथाओं पर अभी लगाम लगा दोगे तो बचने के बेहतर अवसर उपलब्ध रह जाएंगे।पढ़े-लिखे हम जागरूक युवाओं का दायित्व बनता है कि इस संकट की घड़ी में हालातों को भांपते हुए समझाइश करें व इस सामाजिक कलंक से पीछा छुड़ाएं।

प्रेमाराम सियाग

हीराराम सेजू

बहन- भाई का बंधन रक्षाबंधन (कलाई) से एक दिन पहले ही बहन को ससुराल वालो ने उतारा मौत के घाट

पचपदरा :- स्थानीय कस्बे के सरवड़ी गांव के पिहर पक्ष से हत्या का मामला दर्ज करवाया। सरवड़ी के मांगीलाल देवपाल की पुत्री ललिता का विवाह डेढ वर्ष पूर्व असाड़ा गांव में भीमाराम पुत्र हीराराम मेघवाल के साथ हुआ था । पिहर पक्ष से भाई खेताराम ने बताया कि विवाह के बाद  उसके बात ससुराल पक्ष से पति,सास,ससुर, देवर,नणदे उसे शारिरिक व मानसिक रुप से दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे । ससुराल वाले उसे दहेज के लिए तंग, परेशान व मारपीट करते थे। कई बार समझाईश करने के बाद भी नही माने । उसके बाद कल दिनांक 1.8.2020 को पिता मांगीलाल के पास फोन आया कि आपकी बेटी ललिता की तबीयत खराब है। खेताराम ने बताया कि जब मे आसाडा गया तो देखा कि मेरी बहन ललिता के शरीर पर जगह जगह गले,पीठ, मुंह, कंधा,पर चोटो के निशान थे। व नाक से खुन बह रहा था, एवं मुहं से झांग निकल रहा था। तब खेताराम ने ससुराल से पुछताछ की तो उन्होंने मुझे कुछ नही बताया। तब मुझे हत्या का शक हुआ तो इधर उधर पुछताछ करने पर बताया कि रात्री को घर पर झगड़ा हुआ था तो ससुराल वालो ने ललिता के साथ मारपीट कर खत्म कर दिया।

बालोतरा | जन जागृति ग्रामीण विकास एवं शिक्षण सेवा संस्थान के आह्वान पर सोशल डिस्टेंस के निर्देशों का पालन करते हुए रक्षाबंधन के पर्व पर भाई और बहनों ने एक दूसरे को राखी तथा  मास्क बांधते हुए शुभकामनाएं दी । संस्थान के सचिव भंवरलाल राणावत ने बताया कि संस्था ने रक्षाबंधन के पर्व पर कोरोना के बचाव के  लिए सोशल मीडिया से  आह्वान पर भाई और  बहनों ने एक दूसरे को मास्क पहनाकर  बिठूजा, बालोतरा , जेठंतरी,  बामसीन,पाली, उदयपुर आदि गांव एवं शहर  में रक्षाबंधन पर्व मनाया । 
संस्था ने स्वयं ने बामसीन  गांव में एक कार्यक्रम आयोजित कर भाई और बहनों को मास्क वितरित करते हुए रक्षाबंधन पर्व मनाया । इस अवसर पर  समाजसेवी पोकर राम राणावत, मांगीलाल पारंगी जलदाय विभाग, भूराराम आयकर विभाग, टीना, भंवरलाल राणावत अध्यापक,नवाराम ठेकेदार  आदि उपस्थित रहे । 
बहन गीता सोलंकी ने कहा भारत में फैला कोरोना जैसी महामारी के बचाव के लिए सभी सोश्यल डिस्टेंस का पालन करें तथा  मास्क पहनकर अति आवश्यक काम होने पर ही घर से बाहर निकले । 
उदयपुर में कार्यरत मेल नर्स नरपत सोलंकी और महावीर बाघमार ने कहा कि  घबराइए नहीं , डरने की बजाय हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से कर आप कोरोना के संक्रमण से अपना बचाव कर सकते हैं।

जोधपुर | कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई 2020 को कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना की वीरता को मनाने के लिए जोधपुर सैन्य स्टेशन पर कोणार्क कोर द्वारा मनाया गया। इस अवसर पर, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, सेना मेडल , विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग कोणार्क कोर ने इस जीत को संभव बनाने के लिए अंतिम बलिदान देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि देने के लिए कोणार्क युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
     

कारगिल विजय दिवस को ’ऑपरेशन विजय’ की सफलता के नाम पर रखा गया है, जो 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी घुसपैठियों पर हासिल की गई जीत की याद दिलाता है। यह ऑपरेशन बहादुरी और वीरता की गाथा थी जो 80 दिनों तक चली और घुसपैठियों के निष्कासन के साथ समाप्त हुई। 13000 से 18000 फ़ीट तक की ऊँची चोटियों और कठिन प्रतीत होने वाली चोटियों पर लड़ते हुए, हमारे भारतीय सैनिकों ने जो हासिल किया वह किसी चमत्कार से कम नहीं था। पूरे देश को भारतीय सेना के इस विजय पर गर्व है।

आई लव जैसलमेर करवा रहा है आयोजन 

25 जुलाई से 20 सितम्बर तक चलेगी प्रतियोगिता

जैसलमेर की लोक कला एवं संस्कृति की चित्र कहानियों का होगा प्रदर्शन

संस्था की वैबसाईट पर ऑनलाइन करना होगा रजिस्ट्रेशन 

जैसलमेर | दुनिया के नक्शे पर अपनी एक अलग पहचान रखने वाले सैलानियों का पसंदीदा शहर जैसलमेर में इन दिनों कोरोना के कारण पर्यटन का बुरा हाल है लेकिन हालात जैसे हैं वैसे हमेशा रहने वाले नहीं हैं और इसी सकारात्मकता के साथ कोरोना के कारण थमे पर्यटन को फिर से नये पंख देने का प्रयास आई लव जैसलमेर संस्था द्वारा किया जा रहा है। जैसलमेर शहर की खूबसूरती को देश  व दुनिया के सामने रखने के लिये आई लव जैसलमेर संस्था द्वारा ‘‘जैसलमेरा-मेरी नजर से मेरा जैसलमेर’’  फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जैसलमेर की कला, संस्कृति, ग्राम्य जीवन एवं विषम भौगोलिक परिस्थितियों से संघर्ष के बीच जीवन जीने की जिजीविषा को दुनिया के सामने रखा जायेगा ताकि कोरोना के साथ जीवन जीने के चुनौती के बीच जैसलमेर में पर्यटन को फिर नये पंख दिये जा सके
आई लव जैसलमेर संस्था के फाउंडर मानवेंद्रसिंह ने बताया कि मेरी नजर से मेरा जैसलमेर फोटोग्राफी प्रतियोगिता-2020 का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जैसलमेर की धरोहर, यहां की लोक संस्कृति एवं विरासत के महत्व का सम्मान करते हुए यहां की प्रेरणादायक कहानियों को तस्वीरों के माध्यम से साझा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जैसलमेर के जीवन के चारों ओर केन्द्रित इस प्रतियोगिता के माध्यम से यहां की खूबसूरत कहानियों को तलाशने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उन कहानियों को दुनियाभर के सैलानियों के सामने रख कर जैसलमेर के पर्यटन को नई उर्जा दी जा सके। 

प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 25 जुलाई से आरम्भ इस प्रतियोगिता में जैसलमेर के नागरिक अपने शहर की सुंदरता को अपनी बेहतरीन तस्वीरों के माध्यम से प्रदर्शित कर सकते हैं। प्रतियोगिता को जैसलमेर के जीवन के चारों ओर केन्द्रित करते हुए इसे 8 वर्णों में रचा गया है जिसमें जैसलमेर की सुंदरता और अदभुद पारंपरिक पहलुओं को जोड़ने की कोषिस की गई है। 

प्रतियोगिता की विभिन्न श्रेणियां
जैसलमेरा: अटल अटूट व निडर, इसमें प्रतिभागी को जैसलमेर वह तस्वीर साझा करनी होगी जो उसके दिल के सबसे ज्यादा करीब हो।

जैसलकिला: यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल सोनार किले के जीवन को जीवंत दर्शाती तस्वीरें होगी।

जैसलनारी: मरूभूमि की नारी के संघर्ष से लेकर उसके श्रंृगार को दर्शाती तस्वीरें इस श्रेणी में रखी जायेगी साथ ही इन तस्वीरों के माध्यम से महिला सषक्तिकरण का संदेश भी होगा।

जैसलकला: मरूभूमि की लोक कलाओं को जीवंत करती तस्वीरें इस श्रेणी में रखी जायेगी जिसमें विभिन्न लोक कलाओं से जुडी चित्र कहानियां शामिल होगी।
जैसलनीर: मरूभूमि का जीवन जहां पानी की बूंदों को अनमोल माना गया है। रेगिस्तान में पानी के महत्व एवं रेगिस्तान का सीना चीर कर पानी के प्रबंधों के चित्र इस श्रेणी में शामिल होंगे।

जैसलवीर: जैसलमेर का इतिहास शूरवीरों का रहा है यहां के शूरवीरों की कहानियां आज भी उस युग के वैभव को दर्शाती है ऐसे में वीरता की उन चित्र कहानियों के साथ कोविड महामारी के साथ जैसलमेर के जांबाजों के संघर्षमय लम्हों के चित्र इस श्रेणी में शामिल होंगे।

जैसलजीव, जैसलहरित: विपरीत परिस्थितियों में जीवन जीने की जिद, यह श्रेणी मरूभूमि के पेड पौधों और जानवरों के कठिन जीवन को प्रदर्शित करने वाली होगी। 
मेरा शहर, मेरा देष, मेरा परिवेष: इस श्रेणी में प्रतिभागियों को अपने शहर की उन तस्वीरों को साझा करना होगा जो उन्हें जैसलमेर से सदैव बांधे रखती है। 

गौरतलब है कि एक प्रतिभागी अपनी फोटोग्राफी के माध्यम से प्रतियोगिता की सभी श्रेणियों में हिस्सा ले सकता है। कोविड महामारी के समय सबका उत्साह जगाते हुए यह प्रतियोगिता जैसलमेर के नागरिकों की भागीदारी से एक नई उमंग जगाने का प्रयास है। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिये प्रतिभागी को आई लव जैसलमेर की वैबसाईट पर नियत फॉर्म के साथ अपलोड करनी होगी। आगामी 20 सितम्बर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में सभी श्रेणियों में प्राप्त चित्रों को एक अनुभवी निर्णायक मंडल द्वारा जांच व परखा जायेगा जिसमें प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले विजेता को 11 हजार रूपये, द्वितीय को 5 हजार रूपये व तृतीय को 2100 रूपये का पुरस्कार प्रदान किया जायेगा वहीं विभिन्न वर्ग में सांत्वना पुरस्कार के रूप में 1000 रूपये के साथ सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में भागीदारी के प्रमाण पत्र भी प्रदान किये जायेंगे। 

बालोतरा | नगर में निर्माणाधीन ओवर ब्रिज कार्य में कार्यकारी एजेंसी के नियमों की पालना नहीं करने का खामियाजा शनिवार को एक श्रमिक को मौत के रूप में उठाना पड़ाl डाक बंगले के समीप चल रहे निर्माण कार्य के दौरान श्रमिक ऊपर से नीचे गिराl इससे वह गंभीर घायल हो गयाl तुरंत उसे राजकीय नाहटा चिकित्सालय पहुंचाया गयाl चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कियाl नगर में एक डेढ़ वर्ष से ब्रिज का कार्य जारी हैl सैकड़ों श्रमिक इस काम में जुटे हुए हैंl लेकिन सुरक्षा नियमों की पालना नहीं की जा रही हैl बगैर सेफ्टी उपकरण के श्रमिक काम करते हैंl इस पर हर समय हादसा होने की संभावना रहती हैl शनिवार को आखिरकर हादसा हुआl इसमें एक श्रमिक की मृत्यु हुईl

Journalism and Mask Communications Student Rana Ram Bhatiya

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केंद्र सरकार द्वारा जारी की गयी गाईडलाईन के अनुसार
अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाओं के आयोजन का
जो फ़ैसला लिया गया है| उसे तत्काल बदलवाने के लिए
आज बालोतरा डाक बंगले के आगे केंद्रीय मानव संसाधन
विकास मंत्री का पुतला जलाया |

सभी विद्यार्थियों को प्रमोट करने की माँग को लेकर
बालोतरा उपखंड अधिकारी के माध्यम से केंद्रीय मानव
संसाधन विकास मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा |

      आपको जानकर प्रसन्नता होगी की पिछले दो वर्ष से भुरटिया जी की प्रेरणा से समाज के भामाशाहों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में क्रान्तिकारी पहल पर समाज में आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के होनहार विद्यार्थियों के लिए सत्र 2018-19 में अध्ययन   में सहयोग हेतु एक बेहतरीन अध्ययन गौद योजना शुरू की गई थी। जिसमें भामाशाहों का सहयोग 6 लाख से अधिक रहा था।
         दिनांक 15 जुलाई को वर्ष 2019-20 में लाभान्वित विद्यार्थियों एवं भामाशाहों द्वारा दिये गये सहयोग की समीक्षा बैठक श्री मूलाराम मेघवाल संरक्षक के सानिध्य में रखी गई। जिसमें गतवर्ष 26 विद्यार्थियों को 36 भामाशाहों एवं संस्था द्वारा कुल Rs. -8,11,300/- का सहयोगा किया गया हैं।
               जिसकी सभी ने सरहाना करते हुए समाज हित में बेहतरीन गुणात्मक सेवा कार्य बताया जो कि शिक्षा में नया कीर्तिमान एवं जरूरत मंद विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हुई है । तथा इसे नये भामाशाहों को जोड़ते हुव निरन्तर जारी रखने  की सहमति बनी।
              उक्त योजना को वर्ष 2020-21 में चालू रखने एवं दायरा बढ़ाने हेतु RMP बाड़मेर एवं ब्लॉक स्तर के सभी पदाधिकारियों, ओर कार्यकर्ताओं सें सहयोग की अपील की जाएगी।
       समीक्षा बैठक में RMP के प्रदेश महासचिव वीराराम जी भुरटिया,पूर्व जिलाध्यक्ष एवं संरक्षक मूलाराम  मेघवाल,जिलाध्यक्ष तगाराम खती,अजाक जिलाध्यक्ष एवं युवा कैरियर मंत्री खेमराज जी परिहार एवं बादराराम जी मेघवाल आदि ने चर्चा में भाग लिया।
       भामाशाहों की सहमति लिस्ट 25 से 30 जुलाई के मध्य सार्वजनिक की जाएगी। उपस्थित महानुभावों ने समस्त भामाशाहों का हार्दिक आभार प्रकट किया।
    🙏🏾
हमीराराम कोडेचा 
जिला महासचिव
RMP,बाड़मेर।

कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि पत्रकार पर हमला लोकतंत्र के खिलाफ

जैसलमेर/बाड़मेर  | जैसलमेर जिले की पोकरण विधानसभा के टीवी पत्रकार सांवलदान रतनू पर मंगलवार रात दो गाड़ियों में सवार लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया जिसमें पत्रकार को गंभीर चोटें आयी है। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री एवं बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कैलाश चौधरी ने पत्रकार सांवलदान रतनू पर हुए जानलेवा हमले की निंदा की और कहा कि हम किसी भी पत्रकार पर हुए हमले की निंदा करते हैं। यह लोकतंत्र के खिलाफ है और यह वास्तव में विडंबना है।  कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि जनता की आवाज बनकर सच को सबके सामने लाने वाले पत्रकार पर इस तरह का हमला कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाता है। इस हमले के दोषी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग करता हूँ एवं आगे से इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो, प्रशासन को इसे सुनिश्चित करना चाहिए।

जसोल | जन जागृति ग्रामीण विकास संस्थान के तत्वाधान में जसोल में सम्मान समारोह का सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए आयोजन किया गया । संस्थान सचिव भंवरलाल राणावत ने उपखंड स्तर पर विज्ञान वर्ग में प्रथम रही चेतना गहलोत का शाल व माला पहनाकर बहुमान किया । संस्थान के श्रीमती सुमन कंवर ने बताया कि चेतना की मेहनत ने उपखंड, विद्यालय व माता-पिता का नाम रोशन करते हुए संदेश दिया है कि लड़कियां भी शिक्षा के साथ - साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है । आपको बता दें कि चेतना ने विज्ञान संकाय में 94.80% अंक हासिल किए है।

क्या कहा चेतना ने

विद्यार्थी चेतना ने संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अधिक से अधिक बालिकाओं को पढ़ाये तथा कम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी निराश न होकर मेहनत करते हुए अपनी मंजिल की ओर आगे बढ़े । 
 इस कार्यक्रम में पदमा जैन, मीना गुर्जर , उषा, काजल ,पवनी जैन ,माधवीका राठौड़, संगीता पालीवाल, विनोद चौधरी ,रेणुका पुरोहित आदि उपस्थित रहे । जगदीश व्यास व काजल देवी गहलोत ने संस्थान के सचिव भंवरलाल राणावत का प्रोत्साहन कार्यक्रम के लिए आभार व्यक्त किया ।

पचपदरा | बुधवार को जारी 12वीं विज्ञान वर्ग के परीक्षा परिणाम में साजियाली पदम सिंह परिक्षेत्र के राजस्व ग्राम अम्बेडकर नगर के नरपत राम ने बेहतर प्रदर्शन के साथ अपना परचम लहराया। पचपदरा के भंवरीदेवी सोहनराज सालेचा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत नरपत राम पुत्र घमंडाराम ने 75.40 प्रतिशतांक हासिल कर विद्यालय व गांव का गौरव बढ़ाया। इनके पिता घमंडाराम मेघवाल एक किसान है और इनकी माता गंगा देवी ग्रहणी है। पचपदरा परिक्षेत्र के निजी एवं राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों का बेहतर परीक्षा परिणाम रहने पर अभिभावक, छात्र और शिक्षकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। नरपत ने अपनी इस सफलता का श्रेय गुरुजनों का मार्गदर्शन व अभिभावकों के आशीर्वाद को दिया।

विशेष रिपोर्ट हमारे संवाददाता गोविन्द बोस की

सिणधरी | बुधवार को जारी 12वीं विज्ञान वर्ग के परीक्षा परिणाम में सिणधरी परिक्षेत्र के विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन के साथ अपना परचम लहराया। कस्बे के मां सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय के धीरेन्द्र सिंह पुत्र कानदान ने 95.4 प्रतिशतांक हासिल कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया। विद्यालय निदेशक दीपाराम टाक ने बताया कि परीक्षा में प्रविष्ट 57 में से 56 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण हुए। सुभाष उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र मांगीलाल पुत्र जबराराम ने 92.40 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय होडू राऊ राम पुत्र रेखा राम ने 87.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय स्तर पर पहला स्थान हासिल किया, इसी प्रकार डंडाली निवासी कविता कुमारी 82 प्रतिशत व उनकी छोटी बहन अनु कुमारी ने 72 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने क्षेत्र व अपने समाज का नाम रोशन किया कविता कुमारी व उनकी बहिन अनुकुमारी हाल ही में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर आवासीय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भैसवाड़ा में पड़ रही है इनके पिता हीराराम मेघवाल एक गरीब किसान है जो अपने भेड-बकरी का पालन कर अपने परिवार का गुजारा चलाते हैं इनकी माता ग्रहणी है सिणधरी परिक्षेत्र के निजी एवं राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों का बेहतर परीक्षा परिणाम रहने पर अभिभावक, छात्र और शिक्षकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। उधर सरस्वती उमावि के अव्वल छात्र धीरेन्द्र सहित अन्य स्थान प्राप्त छात्रों ने प्रशासनिक सेवाओं में जाने की इच्छा जाहिर करते सफलता का श्रेय गुरुजनों का मार्गदर्शन व अभिभावकों के आशीर्वाद को दिया।
1 छात्र धीरेंद्र सिंह को संस्था प्रधान दीपाराम टाक मुंह मीठा कर बधाई देते हुए धीरेंद्र सिंह ने 95.4% अंक हासिल कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया

2 मांगीलाल पुत्र जबराराम देवासी 92.40% अंक सुभाष उच्च माध्यमिक विद्यालय में सबसे टॉपर

3 देवेंद्र पुत्र धन्नाराम 92.20%अंक मां सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणधरी 

4 अब्दुल जब्बार पुत्र सफी मोहम्मद 92.00%अंक मां सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणधरी

5 प्रवीणसिंह पुत्र रणजीत सिंह 90.60%मां सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणधरी

6 स्वरूपा पुत्री खंगार मल 89.60%अंक मां सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणधरी

7 कविता पुत्री हीराराम मेघवाल 82 %अंक डॉ बीआर अम्बेडकर आवासीय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भैंसवाड़ा

8 अनु कुमारी पुत्री हीराराम मेघवाल 72.2%अंक डॉ भीमराव अंबेडकर आवासीय राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भैसवाड़ा

9 कविता पुत्री खरता राम 81.20%अंक  राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय होडु।

‪आज कक्षा-12 विज्ञान विषय का परिणाम जारी हो गया है।इस वर्ष करीब 237305 परीक्षार्थियों थे,जिनका परिणाम 91.96% रहा।सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी की प्रेरणा से राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जहाँ कोरोना के बावजूद सावधानी से परीक्षा करवाकर रिकॉर्ड 19 दिनों में रिजल्ट तैयार किया गया, इसके लिए बोर्ड के सभी कर्मचारियों को बहुत बहुत बधाई देना चाहता हूँ।

राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर इस वर्ष प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं कराने का निर्णय लिया है। निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया।
कोरोना महामारी के परिदृश्य को देखते हुए इस वर्ष उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं कराई जाएंगी तथा सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। प्रमोट होने वाले विद्यार्थियों के अंकों के निर्धारण के सम्बन्ध में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आगामी कुछ दिनों में जारी होने वाले दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर समुचित निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री श्री सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य,  उच्च शिक्षा सचिव श्रीमती शुचि शर्मा, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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गरीब, चौरासी बंधन कटे, कीनी कलप कबीर। 
भवर चतुरदश लोक सब, टूटे जम जंजीर।।
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मांड में, बंदी छोड कहाय। 
सो तौ एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय।।
गरीब, शब्द स्वरूप साहिब धनी, शब्द सिंध सब मांहि।
 बाहर भीतर रमि रह्या, जहाँ तहां सब ठांहि।।
गरीब, जल थल पथ्वी गगन में, बाहर भीतर एक।
 पूरणब्रह्म कबीर हैं, अबिगत पुरूष अलेख।। 
गरीब, सेवक होय करि ऊतरे, इस पथ्वी के मांहि। 
जीव उधारन जगतगुरू, बार बार बलि जांहि।।

      वाणियों में परमात्मा कबीर जी के कलयुग में प्राकाट्य का प्यारा वर्णन है जो इस प्रकार हैः-

      परमात्मा कबीर जी की महिमा का वर्णन है। कहा है कि कबीर परमेश्वर बंदी छोड़ हैं। अनंत करोड़ ब्रह्मण्डों में बन्दी छोड़ के नाम से प्रसिद्ध हैं। बन्दी छोड़ का अर्थ है कैदी को कारागार से छुड़ाने वाला। हम सब जीव काल निरंजन की कारागार में बंदी (कैद) हैं। इस बंदीगृह से केवल कबीर परमात्मा की छुड़ा सकते हैं। इसलिए सब ब्रह्मण्डों में परमात्मा कबीर जी एकमात्रा बन्दी छोड़ हैं। केवल कबीर परमेश्वर जी ही एकमात्र हैं जिनका जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ।

    जो परमात्मा कबीर जी की शरण में आ जाते हैं, कबीर परमेश्वर जी की कृपा से चौरासी लाख योनियों में जाने वाले बंधन कट जाते हैं। (कर्मों के कारण बंधन होता है। वे पाप कर्म परमात्मा कबीर जी की कृपा से नष्ट हो जाते हैं। सतनाम के जाप से पाप नाश होते हैं।)

        परमात्मा कबीर जी (शब्द स्वरूपी) अविनाशी रूप हैं। उनकी (शब्द सिंधु) वचन शक्ति समुद्र की तरह अथाह है। जीव एक तुम्बे की तरह है जो समुद्र में पड़ा है। उसके अंदर भी जल बाहर भी जल होता है। ऐसे परमात्मा कबीर जी की शक्ति के अंदर सब ब्रह्मण्डों के जीव हैं। परमात्मा इस प्रकार सर्वव्यापक कहा जाता है। कबीर जी पूर्णब्रह्म हैं।
(अविगत पुरूष अलेख) दिव्य अवर्णनीय परमेश्वर है।

       परमात्मा कबीर जी वेदों में बताए उनकी महिमा के अनुरूप कार्य करते हैं। ऋग्वेद मण्डल नं. 9 सूक्त 82 मंत्र 1.2, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 86 मंत्र 26.27, ऋग्वेद मण्डल नं. 9 सूक्त 54 मंत्र 3, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 94 मंत्र 1, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 95 मंत्र 2, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 16.20 आदि-आदि अनेकों मंत्रों में कहा है कि परमात्मा (कविर्देव) कबीर परमेश्वर है जो आकाश में सबसे ऊपर वाले स्थान पर बैठा है। वहाँ से गति करके आता है। अच्छी आत्माओं को मिलता है। उनको उपदेश देता है। तत्वज्ञान का प्रचार अपनी (कविर्गिर्भिः) कबीर वाणी द्वारा (काव्येन) कवित्व से यानि कवियों की तरह साखी, शब्द, चौपाईयों द्वारा बोल-बोलकर करता है। जिस कारण से (कविनाम पदवी) कवियों में से प्रसिद्ध कवि की उपाधि प्राप्त करता है। जैसे परमात्मा कबीर जी को ‘‘कवि’’ भी कहा जाता है। परमात्मा कबीर जी पृथ्वी पर कवियों की तरह आचरण करता हुआ विचरण करता है। परमात्मा कबीर जी अपनी वाणी बोलकर भक्ति करने की प्रेरणा करता है। भक्ति के गुप्त नाम का आविष्कार करता है।

      - पूर्ण गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज🙏🙏
अवश्य देखिये साधना टी. वी. शाम 7:30 बजे।

चौहटन | चौहटन सरहद के मिठडाऊ गांव में एक मकान की खुद रही थी नींव
कारतूस मिले तो घबराया परिवार पुलिस को दी सूचना
सूचना मिलने पर बीजराड़ पुलिस पहुंची मौके पर
पुलिस उप अधीक्षक अजीतसिंह व बीएसएफ के अधिकारी भी पहुंचे मौके पर
कारतूसों को कब्जे में लेकर किया मुआयना
पुराने किसी समय मे दफन हुए मिले है कारतूस
पुलिस अधिकारी व बीएसएफ के अधिकारी कर रहे जांच
चौहटन सरहद के मिठडाऊ गांव में नींव खुदाई में मिले 52 कारतूस

E-Maruwani

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